सरकारी अधिकारी भी किस तरह राजनीतिक रंग में रंगते जा रहे हैं इसका नमूना गोरखपुर में रेलवे अ- स्पता-ल के शौ-चालय में दिखाई दिया जहां समाजवादी पार्टी के झंडे का रंग का इस्तेमाल शौ-चालय की दीवारों पर किया गया है। इससे नाराज समाजवादी पार्टी ने तत्काल शौ-चालय की दीवारों का रंग बदलने की चे-तावनी दी है।
गोरखपुर के रेलवे अस्पताल के शौचालय में सपा के झंडे का रंग
गोरखपुर के रेलवे अस्पताल के शौचालय का रंग सबसे अलग दिखाई दे रहा है। पूरे देश में शायद ही इस रंग का कोई शौचालय दिखाई दे लेकिन इस रंग ने ही राजनीति में बवाल करा दिया है। रेलवे अस्पताल के शौचालय की दीवारों को हरा और लाल रंग से इस प्रकार रंगा गया है कि वह समाजवादी पार्टी के झंडे का प्रतिरूप लग रहा है। शौचालय के रंग से भडकी समाजवादी पार्टी ने तत्काल दीवालों का रंग बदलने की मांग की है।
दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना!
एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय।
संज्ञान ले हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग। pic.twitter.com/AE28tJ8Wvo— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 29, 2020
सपा का आरोप- नेताओं को खुश करने के लिए सरकारी अधिकारी घटिया चाल चल रहे
समाजवादी पार्टी का कहना है कि खास राजनीतिक दल के खास नेताओं को खुश करने के लिए सरकारी अधिकारी भी घटिया चाल चल रहे हैं। राजनीति के रंग में रंग चुके ऐसे अधिकारियों पर सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना है। एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार इसका संज्ञान ले और तत्काल आवश्यक कार्रवाई कर दोषी अधिकारियों को दंडित करे। शौचालय का रंग भी तत्काल बदला जाए। ऐसा नहीं किया गया तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आंदोलन के जरिये सरकार को ऐसा करने के लिए बाध्य करेंगे।
भगवा रंग से खुश होती रही है सरकार
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों के रंगों के इस्तेमाल का चलन पुराना है। इससे पहले बहुजन समाज पार्टी की सरकार में सभी सडकों पर डिवाइडर का रंग नीला और सफेद कर दिया गया था। तब ऐसा करने वाले अधिकारियों को सरकार में नंबर बढने का फायदा मिला था इसके बाद समाजवादी पार्टी की सरकार में अधिकारियों ने रोडवेज बसों से लेकर अन्य स्थानों पर सपा के झंडे के रंग का इस्तेमाल जमकर किया।
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद रोडवेज बसों का रंग भगवा हुआ और राजधानी लखनऊ समेत अनेक शहरों में पार्कों की चारदीवारी भी भगवा रंग से रंग दी गई। यह पहला मामला है जब अधिकारियों ने राजनीतिक विरोध की भावना को हवा दिया है। शौचालय की दीवारों के रंग को सपा के झंडे जैसा बनाने से सपा में तीखा आक्रोश है।