देश की जनता को जिस दिन का इंतजार था आखिरकार वह घड़ी आ चुकी है! 5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है और इस भूमि पूजन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल रहेंगे! लेकिन जब से प्रधानमंत्री मोदी की अयोध्या जाने की बात सामने आई है तभी से कोई ना कोई टिप्पणी सामने आ रही है! इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे को असदुद्दीन ओवैसी ने सेकुलरिज्म के खिलाफ बताया! जैसी हो वैसी नहीं है बयान दिया उनके बयान के बाद बाद BJP के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या में जोरदार पलटवार करते हुए राष्ट्रपति भवन की इफ्तार पार्टी याद दिला दी!
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के भूमि पूजन में शामिल होने का ओवैसी ने विरोध किया है और इसे सेकुलरिज्म के खिलाफ बताया है! इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कहा कि हम बाबरी मस्जिद को नहीं भूलेंगे! इसके बाद अब भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने कहा कि जब राष्ट्रपति भवन में इफ्तार पार्टी होती थी तब कहां थी धर्मनिरपेक्षता यानी सेकुलरिज्म!
कर्नाटक के बेंगलुरु से युवा बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि “जब देश में राष्ट्रपति और राज्यों के मुख्यमंत्री अपने आधिकारिक आवास पर इफ्तार पार्टी आयोजित कर आते थे तब उनकी धर्मनिरपेक्षता कहां थी!” तेजस्वी सूर्या ने आगे कहा कि मंदिर को गिराकर मस्जिद बनाई गई थी अब कुछ गलती को सुधार दिया गया है! उन्होंने कहा कि हमें रजाकारों से संविधानवाद का पाठ सीखने की कोई जरूरत नहीं!
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एआईएमआईएम के प्रमुख ने ट्वीट कर लिखा था कि “पीएमओ द्वारा भूमि पूजन में शामिल होना संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता संविधान की मूल संरचना का हिस्सा है। हम यह नहीं भूल सकते कि बाबरी 400 साल से अधिक समय तक अयोध्या में रही और 1992 में आपराधिक भीड़ द्वारा इसे ध्वस्त कर दिया गया!”