कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें थमने का नाम नही ले रही हैं. कभी राजस्थान में पार्टी नेताओं में आंतरिक कलह हो जाती है तो कभी अध्यक्ष पद को लेकर बवाल मचने लगता है. वहीं मध्यप्रदेश में सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद तो राज्य में कांग्रेस की सरकार ही गिर गयी थी.
जानकारी के लिए बता दें सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद कांग्रेस पार्टी को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं. उनके साथ कई विधायकों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था. जिसके चलते राज्य में उपचुनाव होने हैं. उपचुनाव को लेकर दोनों ही पार्टियां जमकर मेहनत कर रही हैं.
सिंधिया ने कहा है कि उपचुनाव में बीजेपी सभी सीट जीतेगी, इसके लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और वो ग्वालियर चंबल सम्भाग में भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान की शुरुआत की थी और कांग्रेस पार्टी में बड़ी सेंध लगाई है.
गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र में पिछले 3 दिनों से चल रहे मेगा अभियान में 76000 से ज्यादा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है, जिसके बाद से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पिछले कई दिनों से सिंधिया, सीएम शिवराज और कई बड़े नेता ग्वालियर क्षेत्र में ही दौरा कर रहे हैं. एमपी के बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ये दावा किया है कि 76 हजार से ज्यादा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थामा है.