सारी दुनिया में म’हामारी ने को’हराम मचा रखा है,लाख कोशिशों के बाद भी लोगो को इससे निजात नही मिल पा रही है ये पहली बीमारी है जिसने बड़े बड़े देशों को हिला डाला है जिस स्पीड से ये दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है वो सारी दुनिया के लिए चिंता का विषय है,हर दिन किसी न किसी बड़ी हस्ती की को-रो’ना के कारण मौ-त हो रही है और बड़े बड़े डॉक्टर चाहकर भी उनका जीवन नही बचा पा रहे है
आज भी हमारे देश के लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति का इसी बीमारी के कारण नि-धन हो गया है,रास्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की हालत पिछले काफी समय से गम्भीर थी और आज ये दुखद खबर सामने आ गयी है ,डॉक्टरों की लाख कोशशो के बावजूद भी उन्हें बचाया नही जा सका ! वह लम्बे समय से बीमार थे और कौमा में थे. उनके नि-धन की पुष्टि उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने की है.
84 वर्षीय मुखर्जी लगातार गहरे कोमा में थे और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। सेप्टिक शॉक की स्थिति में रक्तचाप काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंग पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल हो जाते हैं। उन्हें 10 अगस्त को दिल्ली कैंट स्थित सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी।
With a Heavy Heart , this is to inform you that my father Shri #PranabMukherjee has just passed away inspite of the best efforts of Doctors of RR Hospital & prayers ,duas & prarthanas from people throughout India !
I thank all of You ?— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) August 31, 2020
मुखर्जी के मस्तिष्क में खून के थक्के जमने के बाद उनका ऑपरेशन किया गया था। अस्पताल में भर्ती कराए जाने के समय वह कोविड-19 से भी संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्हें श्वास संबंधी संक्रमण हो गया था। मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में वर्ष 2012 से 2017 तक पद पर रहे। पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी के परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं।