बाते दें कि भारतीय वायुसेना के लिए आज फ्रांस से दुनिया का सबसे अत्याधुनिक फाइटर जेट राफेल रवाना हो चूका है ! पहली बार में पांच फाइटर जेट राफेल को लाया जा रहा है जिन्हें भारतीय वायुसेना के पायलट हवाई यात्रा से 7000 किलो मीटर की दुरी तय करने के बाद बुधवार को हरियाणा के अम्बाला स्थित एयरबेस पर लैंड करेंगें। इन राफेल को 29 जुलाई को भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा।
फ्रांस से भारत के लिए आ रहे शक्तिशाली फाइटर जेट राफेल की खबर सुनते ही भारत के लोगो में ख़ुशी की लहर छा आ गयी है ये फाइटर जेट इतने शक्तिशाली है कि पल भर में टारगेट का खात्मा कर देगा ! ऐसे में ख़ुशी के मारे मनोज कुमार नाम के एक जवान ने कहा है कि मैं चाहता हूं राफेल इस्लामाबाद के रास्ते आए और वहीँ 2-4 मिसाईल गिराकर परीक्षण कर ले। दरअसल हिमाचल पुलिस में कार्यरत मनोज कुमार ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं चाहता हूं की राफेल इस्लामाबाद के रास्ते आए और इस्लामाबाद में ही 2-4 मिसाईल गिराकर परीक्षण कर ले, की राफेल अच्छे से काम कर रहा है या नही!
मैं चाहता हूं की राफेल इस्लामाबाद के रास्ते आए, और इस्लामाबाद में ही 2-4 मिसाईल गिराकर परीक्षण कर ले, की राफेल अच्छे से काम कर रहा है
या नही??
सही कहा राष्ट्र भक्तों …..? pic.twitter.com/TC23lupGoE
— Manoj Thakur ?? (@manoj_jai_hind) July 27, 2020
फ़्रांस से उड़ान भर चुका राफेल 10 घंटे की दूरी तय करने के बाद सयुंक्त अरब अमीरात में फ्रांस के एयरबेस अल धफरा एयरबेस पर लैंड करेगा। ईंधन वगैरा चेक करनें के बाद अगले दिन राफेल विमान अम्बाला के लिए उड़ान भरेगा। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, जरूरत पड़ने पर राफेल विमान को भारत-चीन विवाद के बीच लद्दाख में एक हफ्ते के भीतर तैनात भी किया जा सकता है, आमतौर पर 6 महीनें लगते हैं तैयार होनें में। भारतीय वायु सेना के पायलट जिन्होंने राफेल विमान के उड़ान की ट्रेनिंग ली है वही विमान उड़ाकर लेकर भारत आ रहे हैं।
राफेल फाइटर जेट अत्याधुनिक है और इनमे कई ऐसे फीचर है जो दुसरे विमानों में नहीं है, चीन के पास राफेल का कोई तोड़ नहीं है, राफेल विमान मीटोर एयर टू एयर मिसाइल से सुसज्जित होगा, जिसकी मार्क क्षमता 150 किलोमीटर है. यह बिना सीमा पार किये दुश्मन देश के विमान को तबाह कर सकता है। चीन पाकिस्तान के पास ये क्षमता नहीं है।