भारत में बन रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर विपक्षी दल सहित कुछ लोग लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं और कह रहे हैं कि केंद्र सरकार इसपर बड़ी रकम खर्च कर रही है. वहीँ अभी हाल ही में ब्रिटेन के अख़बार द गार्जियन में कपूर का एक लेख छपा था. जिसमें उन्होंने इस प्रोजेक्ट को लेकर सरकार पर निशाना साधना चाहा है. उन्होंने सेंट्रल विस्टा को बनाने के फैसले के लिए मोदी सरकार की तुलना ‘हिंदू ता’लिबान से की है.
जानकारी के लिए बता दें लेख में अनीश ने दावा किया है कि भारत की वर्तमान संसद इस्लामिक-मुगल और ईरानी स्टाइल में बनी हुई है. यही कारण है कि मोदी सरकार इस बिल्डिंग को खत्म कर नई बिल्डिंग बनाना चाहती है. अब उनके इस लेख के बाद पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी और जाने माने वकील के बेटे और भाजपा की तरफ से राज्यसभा में मनोनित हुए महेश जेठमलानी ने कटाक्ष किया है
दरअसल बीजेपी में आते ही महेश जेठमलानी ने मोर्चा संभाल लिया है और उन्होंने पीएम मोदी और सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर लिखे लेख को लेकर अनीश कपूर पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट करके अनीश की क्लास लगाईं है. महेश जेठमलानी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री मोदी और सेंट्रल विस्टा के खिलाफ अपने लेख में जहर उगलने वाले अनीश कपूर से जुड़े कुछ तथ्य अपने आप उनके बारे में सब कुछ बयान करते हैं. पहला, अनीश ने ब्रिटेन की नागरिकता पाने के लिए भारतीय नागरिकता छोड़ दी. दूसरा, 2012 में कांग्रेस सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया.’
गौरतलब है कि जेठमलानी ने अगले ट्वीट में लिखा ‘तीसरी बात यह है कि 2016 में उन्होंने लंदन में उत्पीड़ित चीन के संतुष्ट कलाकार एई वेई वेई के साथ एकजुटता दिखाने के लिए हाथ में हाथ डालकर मार्च किया. साथ ही चीन में यानचुन बिएननेल से अपने काम को वापस लेने का वादा किया. हालांकि, अपने सार्वजनिक रुख के बावजूद वेई वेई को धोखा दिया और अपने काम को प्रदर्शित होने दिया.’