जैसे ही सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के एक गाँव के हिन्दुयो के पलायन की खबर वायरल हुयी वैसे ही उत्तर प्रदेश की सरकार ने एक्शन लिया है सरकार ने तुरंत बड़े अधिकारियों को गाँव में जा कर मामले की जांच करने को कहा जहाँ पता चला की गाँव के हिन्दू परिवार परेशान हो कर भारी मात्रा में गाँव से पलायन करने पर मजबूर हो रहे है ! चलिए आपको बताते है कि पूरा मामला आखिर क्या है !
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में टप्पल कस्बे के नूरपुर गांव से हिन्दुओं के पलायन की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने के बाद योगी प्रशासन हरकत में आ गई है। एक के बाद एक बड़े अधिकारी नूरपुर गांव का दौरा कर रहे हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इसी कड़ी में नूरपुर गांव में कुछ अलग ही रंग चढ़ा हुआ। नूरपुर गांव में स्थित दोनों पक्ष अपनी अपनी बातों को लेकर पुलिस और प्रशासन के पास पहुंचे। आइए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है
हरकत में आया योगी प्रशासन
नूरपुर गांव की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर फैली उसके तुरंत बाद ही अलीगढ़ के टप्पल कस्बे के नजदीक स्थित नूरपुर गांव में योगी प्रशासन ने तेजी से काम करना चालू कर दिया। प्रशासन समेत पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आ गए। अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम, हाथरस सांसद राजवीर जिले और खैर विधायक अनुप प्रधान भी गांव का दौरा करने पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस पर पुलिस का बयान आया है कि गांव की स्थिति अब अब ठीक है। वहां पहले की तरह अब सामान्य हालात हैं। हालांकि कुछ परिवारों ने कहा था कि वह गांव में इस स्थिति में नहीं रह सकते, और वे गांव से पलायन कर रहे हैं।
एसडीम, सीओ भी नूरपुर में
सुबे के सांसद, विधायक के पहुंचने के बाद नूरपुर गांव में एसडीएम और पुलिस सीओ ने भी गांव का दौरा किया। उन्होंने कहा गांव की स्थिति अब ठीक है, सामान्य है। इसके अलावा अलीगढ़ एसपी ग्रामीण शुभम पटेल ने एससी एसटी(SC/ST) परिवारों से बात की थी। उन्होंने पूछा कि आप लोगो ने घरों के आगे ‘मकान बिकाऊ है’ क्यों लिखा? इसके पीछे क्या वज़ह हैं? टीएफआई की एक ख़बर के अनुसार के यह मामला 26 मई को सामने आया था जब गांव निवासी ओमप्रकाश की बेटी की बरात गांव में ही स्थित म स्जिद के पास रोक दी गई थी।
बरात को नहीं निकलने दिया गया
आपको बता दें दोनों पक्षों के बीच 26 मई को बात बहुत आगे बढ़ गई। जब ओमप्रकाश की बेटी की बरात म स्जिद के पास रोक ली गई। हिन्दू पक्ष का कहना है कि उनकी बेटी की बरात म स्जिद के पास रोकी गई। उसे निकलने नहीं दिया गया और जब इस बात का वि रोध किया गया तो म स्जिद से कुछ लोगों ने डं डे, रॉ ड निकालकर बारात पर ह मला कर दिया। इसमें कई लोग घा यल हो गए। वहीं दूसरी तरफ मु स्लिम पक्ष का कहना है कि उन लोगों ने ऐसा कुछ नहीं किया। ओमप्रकाश की शिका यत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर 11 लोगों को हि रासत में ले लिया है। जो घटना के बाद से ही फरा र चल रहे थे।
आपको बता दें कि गांव में तीन म स्जिदें और एक बड़ा मदरसा है जो हाल ही में अस्तित्व में आया है। अलीगढ़ में एक हिंदू बारात के सदस्यों पर 26 मई को इ स्लामी भीड़ द्वारा ह मला किया जाता है। इस मामले के बाद लगभग 100 परिवार क्षेत्र से पलायन कर चुके हैं। साथ ही नूरपुर एकमात्र ऐसा गांव नहीं है जहां हिंदुओं को मुस लमानों की अराजकता से अपने घरों से पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इससे पहले शामली के कैराना में भी इस प्रकार का मामला देखने को मिला था। आखिर हम कब तक इस प्रकार की घट नाओं को सहते रहेंगे। प्रशासन और पुलिस को जल्द से जल्द इस प्रकार की घट नाओं पर क़ानूनी कार्र वाई करनी चाहिए। जब ही इस प्रकार के मामलों में कमी आएगी और हिंदू सुरक्षित रहेगा।