दोस्तों हमारे देश में अलग-अलग रीत रिवाज से शादियां होती हैं और लड़का हो या लड़की सभी के लिए शादी एक अहम फैसला होता है। ऐसे में आपको चाहिए कि शादी से पहले कई बातों का ख्याल रखें। शादी में कुछ अलग अलग खास बातें होती हैं आपके मन में भावनाओं का उछाल और अच्छे-बुरे हर तरह के भाव मन में आने लगते हैं। ऐसे में आपको अपने पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी है इसमें हाथ पैरों पर मेहंदी लगाने से लेकर शरीर पर हल्दी का लेप, अग्नि के चारों ओर फेरे लेना, सगाई की अंगूठी पहनना, हाथों में चूडिय़ां आदि पहनना आदि खास है। लेकिन इस शादी में कुछ एक अलग ही मोड है जो दुल्हन को ही चुराने का कोई रिवाज है! चलिए जानते है विस्तार से …
पश्चिम अफ्रीका में इसी तरह की एक अनोखी रीति रिवाज है। आज हम आपको पश्चिम अफ्रीका की इसी अनोखी रस्मों रिवाज के बारे में बताने जा रहें हैं जिसके बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे, लेकिन हैरानी वाली बात तो यह है कि यह रिवाज यहाँ के लोगों के लिए मान्य होती है, जिसे सभी स्वीकार करते हैं।
दरअसल, वोदाब्बे में एक ऐसी प्रथा प्रचलित है जिसमें लोग एक दूसरे की बीवी की चोरी करते हैं और उनके साथ विवाह रचाते हैं। इसके लिए वहां एक मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में वोदाब्बे की जनजाति के लोग शामिल होते हैं। इस मेले में लोग एक दूसरे की बीवियों को चुराते हैं।
बता दें कि इस तरह की शादी इस जनजाति के लोगों की पहचान है। इस रिवाज के मुताबिक, यहां पहली शादी घर वालों की मर्जी से ही होती है, लेकिन दूसरी शादी करने के लिए पुरुषों को किसी की पत्नी को चोरी करना पड़ता है।
हर साल यहाँ गेरेवोल फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इस जनजाति के लोगों के बीच प्रतिवर्ष गेरेवोल नाम का एक उत्सव आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम के दौरान, लड़के अपने चेहरे को रंगते हैं । इसके बाद सामूहिक कार्यक्रम में वे नृत्य और अन्य गतिविधियों के माध्यम से दूसरों की पत्नियों को आकर्षित करने का प्रयास करते हैं।
लेकिन इस दौरान, एक बात का ध्यान रखना होता है कि महिला के पति को इसकी जानकारी न हो। इसके बाद अगर कोई महिला किसी अन्य पुरुष के साथ भाग जाती है, तो उस समुदाय के लोग उन्हें ढूंढ लेते हैं और उनकी शादी कर देते हैं। इस दूसरी शादी को प्रेम विवाह के रूप में स्वीकार किया जाता है।
यहाँ पर एक और अजीब रिवाज है जिसमें माता-पिता को अपने पहले दो बच्चों से बात करने, पालन पोषण करने की अनुमति नहीं है, उनकी देखभाल अक्सर उनके दादा-दादी द्वारा की जाती हैं।