ग्रहों की चाल बदलने से हमारे जीवन पर उनका बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है ! हमारे दैनिक जीवन में होने वाला उतार चढाव इन्ही ग्रहों के कारण ही पड़ता है ! कुछ लोगो के लिए इनका प्रभाव सकारात्मक पड़ता है लेकिन कुछ के लिए इनका बुरा प्रभाव भुगतना पड़ता है ! जिसके कारण मनुष्य को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है ! लेकिन समय रहते इनका उपाय करने से इनसे पड़ने वाले दुष्परिणाम से बचा जा सकता है और आज हम आपको उन ग्रहों के बारे में बताएँगे जो अगस्त के महीने में अपनी दिशा बदलने वाले है और किन किन राशियों पर उनका कैसा प्रभाव पड़ने वाला है !
अगस्त के महीने में चार ग्रह अपनी चाल बदलते हुए अलग-अलग राशियों में प्रवेश करेंगे. 1 अगस्त को शुक्र ग्रह मिथुन राशि में जाएगा. वहीं बुध ग्रह 2 अगस्त को कर्क राशि में और 17 अगस्त को सिंह राशि में जाएगा. वहीं मंगल ग्रह 16 अगस्त को मेष राशि में जाएगा और इसी दिन सूर्य भी अपनी स्वराशि में प्रवेश करेगा. इनके जाने से क्या प्रभाव होगा हम आपको बताते हैं.
सूर्य
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है. सूर्य सिंह राशि का स्वामी है. सूर्य ग्रह को आत्मा, ऊर्जा, मान-सम्मान, राजा, नेतृत्वकर्ता आदि का कारक माना जाता है. सूर्य देव 16 अगस्त को अपनी स्वराशि में जाएंगे. यहां सूर्य उच्च भाव में होगा. सूर्य ग्रह इस राशि में बुध ग्रह के साथ बुधादित्य योग का निर्माण करेगा.
बुध
बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, संचार, संवाद आदि का कारक होता है. 2 अगस्त को बुध ग्रह कर्क राशि में जाएगा. बुध 16 अगस्त तक यहां सूर्य ग्रह के साथ युति करेगा. 16 अगस्त को सूर्य अपनी स्वराशि सिंह में चला जाएगा. वहीं बुध कर्क राशि में 17 अगस्त तक रहेगा और फिर सिंह राशि में जाएगा.
शुक्र
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शुक्र ग्रह सुंदरता, कला, कामुकता, धन-दौलत, शौहरत आदि का कारक होता है.शुक्र ग्रह 1 अगस्त को मिथुन राशि में जाएगा. इस राशि में शुक्र ग्रह एक सितंबर तक रहेगा. मिथुन बुध ग्रह की राशि है. इस राशि में बुध और राहु पहले से स्थित हैं. बुध 2 अगस्त को अपनी स्वराशि से कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा.
मंगल
मंगल ग्रह को ज्योतिष में भूमि, सेना, साहस, पराक्रम, युद्ध आदि का कारक माना जाता है. मंगल ग्रह 16 अगस्त को मेष राशि में प्रवेश करेगा. यह राशि मंगल की राशि है. मेष राशि में मंगल उच्च होता है और जातक को अच्छे फलों से प्राप्त होता है.