करीब 200 साल तक भारत अं’ग्रेजों का गु’लाम रहा! यह बात साल 1947 से पहले की है जब ट्रेनों के फर्स्ट क्लास कंपार्टमेंट में होटलों में भारतीयों का आना मना था! जहां पर साफ शब्दों में लिखा गया था कि कुत्तों और भारतीयों का प्रवेश निषेध है! ऐसा ही कुछ 19वीं सदी में कहीं जगह देखने को मिला है जहां पर लिखा होता था कि अश्वेतों और कुत्तों का अंदर आना मना है!
लेकिन अब सवाल यह उठता है कि साल 1947 से पहले की बात हम अब क्यों कर रहे हैं? क्योंकि इन दिनों फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसके अंदर बताया गया है कि एक घर किराए के लिए उपलब्ध है! जिसके अंदर पार्किंग फैसिलिटी के साथ बहुत ही खूबसूरत मकान है और जो कि ₹140000 में अवेलेबल भी है! लेकिन इस ऐड के अंदर एक कंडीशन लिखी गई है जो है कि यह मुस्लिमों और वैज्ञानिक पालतू जानवरों के लिए अवेलेबल नहीं है!
जिसके बाद इस फेसबुक की वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए पत्रकार राणा अयूब ने लिखा है कि मुस्लिम और पालतू जानवर अलाउड नहीं है यह मुंबई के सबसे पॉश इलाकों में से एक बांधना यह 20 वीं सदी का भारत है कोई मुझे बताएं कि हम सांप्रदायिक देश नहीं हैं कह दो कि यह रंगभेद नहीं है!
Muslims and Pets not allowed. This is one of the most posh addresses in Mumbai, Bandra. This is 20th century India. Remind me we are not a communal nation, tell me this is not apartheid ? pic.twitter.com/OFxGNDzTMq
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) October 24, 2020
अयूब राणा ने अपने एक और ट्वीट के जरिए लिखा है कि उनकी हाउसिंग सोसायटी में ऐसे ट्वीट करने वाले सिक्योरिटी गार्ड को काम से निकाल दिया लेकिन महाराष्ट्र मैं इस तरह के नफरत कैसे बर्दाश्त की जा रही है?