आत्मनिर्भर भारत अभियान (Atmanirbhar Bharat) के तहत सरकार (Government) ने पांच देशों को 23 लाख पीपीई किट (PPEs Kit) निर्यात किया है. सरकार का यह बड़ा कदम माना जा रहा है. क्योंकि कोरोना काल (Coronavirus) की शुरुआत के समय भारत पीपीई किट को लेकर दूसरे देशों पर निर्भर था.
लेकिन अब भारत में भारी मात्रा में पीपीई किट तैयार की जा रही है और इसका निर्यात भी शुरू हो गया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को भी लगभग 1.28 करोड़ से अधिक पीपीई किट वितरित की गई है. भारत ने यूएसए, यूके, यूएई, सेनेगल और स्लोवानिया को पीपीई किट निर्यात किया है. इस पर सरकार का कहना है कि इससे भारत का पीपीई के वैश्विक निर्यात के बाजार में अपनी स्थिति बनाने में काफी मदद मिल रही है.
‘3 करोड़ से N-95 मास्क, 1.28 करोड़ पीपीई किट राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को मुफ्त दी’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि केंद्र सरकार ने 3.04 करोड़ से ज्यादा एन95 मास्क, 1.28 करोड़ से ज्यादा निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट राज्यों, केंद्र शासित क्षेत्रों और केंद्रीय संस्थानों को 11 मार्च से अब तक मुफ्त प्रदान किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 10.83 करोड़ से ज्यादा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की गोलियां भी इनके बीच वितरित की गई हैं.
मंत्रालय ने बताया कि इसके अतिरिक्त ‘मेक इन इंडिया’ वाले 22,533 वेंटिलेटर विभिन्न राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को दिए गए हैं. केंद्र सरकर इन मशीनों को लगाने और संचालन का कार्य भी सुनिश्चित कर रही है. मंत्रालय ने कहा, ‘भारत सरकार की ओर से आपूर्ति किए जाने वाले ज्यादातर उत्पाद शुरुआत में देश में नहीं बन रहे थे. महामारी की वजह से वैश्विक स्तर पर मांग तेज होने से विदेशी बाजारों में भी इन चीजों की उपलब्धता कम हो गई थी.’ मंत्रालय ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स मंत्रालय समेत अन्य के संयुक्त प्रयास से घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिला और पीपीई, एन-95 मास्क, वेंटिलेटर जैसी चिकित्सकीय वस्तुओं व उपकरणों का उत्पादन और आपूर्ति शुरू हुई