आजकल ची-न के बहुत से देशो के साथ मतभेद और तनाव बढ़ते जा रहे है ! अ’ ‘मेरिका और ची-न के बीच भी तनाव इतना बढ़ गया है कि अ-मेरिका ने 1000 से ज्यादा ची-नी नागरिको का रद्द कर दिया ! जिनमे छात्रों और शोधकर्ताओं की संख्या ज्यादा है ! ची-नी रिसर्चर्स पर अ-मेरिका का आ-रोप है कि ये लोग अध्ययन के नाम पर डाटा चुराते है !’
वीजा का दुर्पोयोग करके छात्र अनुसंधानो में चोरी की कोशिश करते है ! इसलिए ये फैसला लिया गया है की उनका वीजा रद्द किया जाये ! अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि राष्ट्रपति की 29 मई की घोषणा के तहत 1000 ज्यादा चीनी नागरिको के वीजा रद्द करने का फैसला लिया गया है ! अनुसन्धान से जुडी महत्त्वपूर्ण जानकारिया को चराने से रोका जाने के लिए ये कदम उठाया गया है ! चीनी सेना के साथ मिलिभ्क्त होने का आरोप भी चीनी छात्रों और रिसर्चर्स पर है !
कुछ समय से चीनके रिश्ते भारत के साथ ही नही अमेरिका के साथ भी कुछ जयादा अच्छे नही है ! कोरोना वायरस , हांगकांग में लोगो के अधिकारों के दमन ,शिनजियांग में उइग मुसलमानों के साथ ज्यादती और तिब्बत में मानव अधिकारों के हनन पर अमेरिका चीन आमने सामने है ! दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते दखल से भी दोनों के रिश्ते बिगड़े है ! जुलाई में अमेरिका ने ह्यूस्टन स्थित चीनी वाणिज्यदूतावास को यह कहते हुए बंद करने का आदेश दिया था !चीनी जासूसी का अड्डा बन गया है ! इसके बाद से ही चीन और अमेरिका के सम्बन्धो में दरार आगयी थी ! अमेरिका के इस कदम को एकतरफा, उकसावे वाला और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करार देते हुए बाद में चीन ने वाशिंगटन को चेंगदू स्थित अपना वाणिज्यदूतावास बंद करने का आदेश दिया था।
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