भारतीय वा’युसेना के लिए ब्रह्मास्त्र पहुँच चूका है सोमवार के दिन इसे फ्रां’स से रवाना किया गया था और बुधवार सुबह ये अ’म्बाला ए’यरबेस पर उतरा ! इसे पाते ही भा’रतीय वायुसेना की ताकत कई ज्यादा गुनी हो गयी है क्युकी ये ल’ड़ाकू विमान दुनिया का सबसे शक्तिशाली विमान है ! दु’श्मन देशो से निपटने के लिए इसका भारतीय वायुसेना में शामिल होना एक बहुत बड़ा कदम है !
जानिके क्या खासियत है इस रा’फेल में, आखिर ये इतना शक्ति शाली क्यों है कि इसको जान लेने के वाद ची’न और पा’किस्तान भारत की तरफ नज़र उठा कर भी नहीं देख पायेंगे !
1 राफेल विमान में आधुनिक हथियार मौजूद है ! 17,000 किलो ग्राम फ्यूल की क्षमता रखने वाला ये विमान मीटीयोर मिसाईल से लैस है !
2 राफेल एक मिनट की भीतर ही 60 हज़ार फुट की ऊँचाई को छु लेता है और मैक्सिमम 2,130 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ता है ! इसकी स्कैल्प मिसाईल की रेज़ की बात करे तो ये 300 किलो मीटर है !
3 अंबाला एयरबेस से चीन की सीमा की दूरी सिर्फ 200 किमी है । यहीं पर, राफेल की 17वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरोज राफेल को रखा जाएगा । इसमें ताकतवर एम 88 इंजन लगा हुआ है ।
4 राफेल फाइटर जेट डीएच यानी कि टू-सीटर और राफेल ईएच यानी कि सिंगल सीटर दोनों ही ट्विन इंजन, डेल्टा-विंग, सेमी स्टील्थ कैपेबिलिटीज के साथ चौथी जनरेशन का फाइटर जेट है । ये बेहद फुर्तीला है । ये इतना आधुनिक है कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है ।
5 इस फाइटर जेट को रडार में नहीं पकड़ा जा सकता, ये रडार क्रॉस-सेक्शन और इन्फ्रा-रेड सिग्नेचर के साथ डिजाइन किया गया है जेट में ग्लास कॉकपिट है, कम्प्यूटर सिस्टम है, जो पायलट को कमांड कंट्रोल करने में मदद करेगा ।
6. राफेल सुपर जेट में एक एडवांस्ड एवियोनिक्स सूट भी है । विमान में लगी रडार, इलेक्ट्रोनिक कम्युनिकेटिंग सिस्टम और सेल्फ प्रोटेक्शन इक्विपमेंट की लागत पूरे विमान की कुल कीमत की 30 फीसदी है ।
7. राफेल जेट में आरबीई 2 एए एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे रडार लगा है, ये लो-ऑब्जर्वेशन टारगेट को भी पहचानने में मदद करता है । इसका रडार सिस्टम 100 किमी के दायरे में भी निशाना लगा सकता है ।
राफेल में सिंथेटिक अपरचर रडार ये आसानी से जाम नहीं होता एक्सपर्ट के मुताबिक इसमें लगा स्पेक्ट्रा लंबी दूरी के टारगेट को भी पहचान सकता है ।
9. खतरे की आशंका होगी तो रडार वॉर्निंग रिसीवर, लेजर वॉर्निंग और मिसाइल एप्रोच वॉर्निंग अलर्ट हो जाता है, ये रडार को जाम करने से बचाता है ।
10. राफेल सुपर जेट को माली अफगानिस्तान के अलावा इराक और लीबिया में इस्तेमाल किया जा चुका है । राफेल में भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं, कह सकते हैं कि इंडियन एयरफोर्स के हिसाब से इसे बिल्कुल सटीक तरीके से तैयार किया गया है ।