खेल के मैदान में तो उतरा लेकिन उभर नहीं सका ! अपने गाँव की गलियों, कुचो को में ही अपनी प्रतिभा को निखरता रहा ! कितना जूनून था खेल का उनके सर पर सवार लेकिन किसी ने उनकी प्रतिभा को नहीं समझा और उन्हें हमेशा मायूसी ही हाथ लगी ! हम बात कर रहे है राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हनक दिखाने वाले सोनभद्र के शक्तिनगर निवासी चंदन की
चन्दन जितनी प्रतिभा को सरकार की ओर से उचित सम्मान नहीं मिला है ! आज उनका समय ऐसा है कि वो आज लाई-चना भुनने के लिए मजबूर हैं।जहाँ एक तरफ सोनभद्र प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए एक तरफ पूरा तंत्र लगा हुआ है वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हनक दिखाने वाले शक्तिनगर निवासी चंदन लाई-चना भुनने के लिए मजबूर हैं। नौकरी के लिए कितना प्रयास किया चंदन को इसका मलाल तो नहीं है, लेकिन इस प्रतिभा को सरकार की ओर से उचित सम्मान नहीं मिला है, इससे जरूर मायूस हैं। चंदन वर्तमान में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड (यूपीसीएबी) के उप कप्तान हैं।
चन्दन के आदर्श थे सचिन तेंदुलकर
चन्दन के पिता का नाम प्यारेलाल है जिनके 7 बच्चो में चन्दन तीसरे नंबर की संतान है ! चन्दन ने 12वीं कक्षा तक अपनी पढाई पूरी की उसके बाद 22 वर्षीय चंदन, 2017 में दिव्यांग क्रिकेटर लव वर्मा के संपर्क में आए। सचिन तेंदुलकर को आदर्श मानने वाले चंदन ने गांव की गलियों को ही पिच समझा, जहां से निकला तो दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय व एक अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलकर प्रतिभा का लोहा मनवाया। वर्ष 2018 में बेंगलुरू में इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला। उसके बाद यूपीसीएबी में उप कप्तान बना। दिव्यांग श्रेणी के मैच में मुंबई में हुए सियाराम कप में शानदार क्षेत्ररक्षण के लिए बेस्ट फिल्डर अवार्ड मिला। ऐसी प्रतिभा से लबरेज चंदन आज भी पिता के साथ पीडब्ल्यूडी मोड़ पर लाई-चना बेच रहा है। बीते महीनों में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने के लिए टीम इंडिया में चयन हुआ था। हालांकि ये मैच किन्हीं कारणों से हुआ नहीं।
चन्दन का चयन UP टीम के लिए हुआ था
चंदन ने बताया कि वर्ष 2017 में क्रिकेट एसोसिएशन ब्लाइंड आफ इंडिया बोर्ड की तरफ से यूपी टीम के लिए ट्रायल निकला था। इसमें शानदार प्रदर्शन करने के बाद टीम में चयन हो गया। इसमें सेलेक्शन होने के बाद उत्तराखंड में नार्थ जोन टी-20 टूर्नामेंट खेला गया। पहले मैच में जम्मू के खिलाफ मौका नहीं मिला। दूसरे मैच में पंजाब के खिलाफ मौका मिलने पर 24 बाल पर 45 रन बनाया। तीसरे मैच दिल्ली के खिलाफ मौका मिलने पर 44 रनों की शानदार पारी खेली।
नागेश ट्राफी में जमाया शतक
वाराणसी के बीएचयू स्थित एम्फी थिएटर ग्राउंड पर नागेश ट्राफी टी-20 त्रिकोणीय मैच खेला गया। इसमे त्रिपुरा, हिमांचल व उत्तर प्रदेश की टीम ने भाग लिया। चंदन ने यूपी की तरफ से खेलते हुए त्रिपुरा के खिलाफ शानदार 120 रनों की पारी खेलकर टीम को विजयी दिलाया था। इसी तरह इनका शानदार प्रदर्शन आगे भी जारी रहा। हिमांचल प्रदेश के खिलाफ में 80 रनों की पारी खेली थी।
सीएम को नौकरी दिलाने के लिए किया ट्वीट
पूर्वांचल नव निर्माण मंच के गिरीश पांडेय ने इस दिव्यांग क्रिकेटर को नौकरी दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को ट्वीट किया है। कहा कि ऐसी प्रतिभाओं का सम्मान करते हुए स्थानीय कंपनियों में ही सही काम मिलना चाहिए। चंदन आज देश के लिए खेल रहे हैं।